एक गरीब पाळती
एक बार की बात छै। एक गरीब पाळती छो। ऊँकै एक छोरो छो। पाळती ऊँ छोरा को ब्याव करबा को बच्यार लगायो। पाळती घणो गरीब छो, जिसूं ऊँका छोरा को ब्याव कोन हैर्यो छो। एक दन पाळती गांव का नै भेळा कर लियो अर खियो कै, मन थोड़ा दना कै ताणी भागवान बणावो,
- आगै ओर पडो
- थाँकी राय द्यो
अबार की राय